नयी दिल्ली: नाक बहने की समस्या गर्मियों में ज्यादा होती है। जो 3 से 10 साल के बच्चों में आम है। लेकिन बड़ों को भी यह समस्या हो सकती है। इसके लिए कई तरह की परेशानियां जिम्मेदार हो सकती हैं, लेकिन सबसे बड़ा कारण शरीर का तापमान दिमाग तक पहुंचना है। इसके अलावा गर्म चीजों के अधिक सेवन से भी नाक से खून आने लगता है।
बहती नाक क्या है?
नाक से खून निकलने का मतलब मेडिकल भाषा में एपिस्टेक्सिस होता है। नाक के पास एक जगह होती है जहां ब्लड सप्लाई ज्यादा होती है। जब यह क्षेत्र घायल हो जाता है या रक्तचाप बढ़ जाता है, तो यहां की रक्त वाहिकाएं खुल जाती हैं, जिससे रक्तस्राव होता है। वैसे, लंबे समय तक जुकाम नाक बहने का कारण बन सकता है।
कारण क्या है
नाक बहने के कई कारण हो सकते हैं। सबसे आम कारण जलवायु परिवर्तन है। इसके अलावा नाक में एलर्जी, आंतरिक नसों या रक्त वाहिकाओं को नुकसान, अत्यधिक गर्मी, शरीर में पोषक तत्वों की कमी, साइनस, ब्लड प्रेशर, अत्यधिक छींक आना, ठंड लगना या नाक को अत्यधिक रगड़ने के कारण भी यह समस्या हो सकती है। ,
बहती नाक को कम करने के लिए इन घरेलू उपायों को अपनाएं
इससे तुरंत राहत पाने के लिए कोल्ड कंप्रेस सबसे कारगर उपाय है। इसे अवश्य पसंद करें-
बर्फ के टुकड़े को तौलिये में लपेट कर नाक पर रखें।
बीच-बीच में तौलिए से नाक को हल्के से दबाते रहें।
ऐसा 4-5 मिनट तक करना चाहिए।
यह कैसे होता है फ़ायदा?
बर्फ की ठंडक से खून का बहना कम हो जाता है। जिससे खून बहना बंद हो जाता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि बर्फ को सीधे नाक पर न लगाएं।