तुलसी के पत्ते रोज खाने से 100 बीमारियों से बचाव होता है। इसलिए हर घर में तुलसी होती है और उस परिवार के सदस्य रोजाना 2-3 तुलसी के पत्ते खाते हैं। ऐसी स्वस्थ तुलसी गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चे के लिए भी अच्छी होती है और इसलिए जानकार लोग भी गर्भवती महिलाओं को तुलसी के पत्ते चबाने की सलाह देते हैं। कुछ लोगों के अनुसार गर्भवती महिला द्वारा तुलसी का सेवन खतरनाक हो सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
गर्भवती महिलाओं के लिए तुलसी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह महिला के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। तुलसी में विटामिन ई, सी, राइबोफ्लेविन, नियासिन और कई अन्य जरूरी विटामिन पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें जिंक, फास्फोरस, कॉपर, मैग्नीशियम आदि पूरक तत्व होते हैं। ये सभी कारक शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इस प्रकार शरीर रोगों से लड़ सकता है।
शिशु के विकास में सहायक
तुलसी में मैंगनीज होता है जो मुख्य रूप से बच्चे की हड्डी और उपास्थि के निर्माण में योगदान देता है। मैंगनीज एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है और ऑक्सीडेटिव तनाव को बहुत कम करता है। यह गर्भवती महिलाओं में सेलुलर क्षति को भी रोकता है।
कमजोरी की रोकथाम
जब एक गर्भवती महिला के शरीर में खून की कमी हो जाती है, तो उसे एनीमिया होने की संभावना अधिक होती है और प्रसव के दौरान यह बीमारी बहुत जानलेवा हो सकती है। तुलसी के पत्ते आयरन से भरपूर होते हैं, जो हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण होता है। यह शरीर में अतिरिक्त खून बनाने में मदद करता है। तुलसी में मौजूद फोलेट शरीर को अतिरिक्त खून बनाने में मदद करते हैं, जिसकी गर्भावस्था के दौरान बहुत जरूरत होती है। इसलिए जिस गर्भवती महिला के शरीर में खून की कमी हो उसे हल्दी और तुलसी का सेवन करना चाहिए।
जीवन शक्ति से भरा हुआ
तुलसी के पत्ते जीवन सार से भरे होते हैं। विकासशील बच्चे को सुरक्षित और स्वस्थ रखने में यह अनुपात महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रक्त के थक्के महत्वपूर्ण रक्त से बनते हैं, जो रक्त के नुकसान के जोखिम को कम करता है। इसलिए इस फायदे को देखते हुए गर्भवती महिलाओं को बताना चाहिए कि तुलसी का सेवन फायदेमंद होता है।
ये याद रखने वाली बातें हैं
वैसे तो तुलसी का सेवन फायदेमंद होता है लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। तुलसी के अत्यधिक सेवन से कुछ हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं। तुलसी का सेवन करने से अक्सर गर्भाशय में संकुचन होता है। लेकिन अभी तक कोई मेडिकल रिसर्च सामने नहीं आई है। डॉक्टर भी केवल गर्भवती महिलाओं को अधिक मात्रा में तुलसी का सेवन नहीं करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा एक और समस्या सामने आती है, जो है शरीर में शुगर की कमी। इससे चक्कर आ सकते हैं। मानसिक तनाव बढ़ सकता है। तुलसी में एक नया घटक यूजेनॉल हृदय गति बढ़ाता है। दांत ज़्यादा गरम हो सकते हैं और अन्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं।